हां...हैं हम एगो बिहारी

पाहिर के धोती
बांध के गमछा करते हैं रंगदारी
लिट्टी चोखा से प्यार बहुत है
हां है हम एगो बिहारी
कि पसंद नहीं आता हमको Modern City – संसार
हमरे लिए तो हमरा पटना ठहरा पहला प्यार।
मैथिली मगही भोजपुरी सब शान हमारी है
बिहारी है ओ भैया हम बिहारी है
बिहारी है रे बबुआ हम एगो बिहारी है।
Mom-Dad में वो रस कहा
जो माई- बाबूजी कहने में है
वो सुकुन हमे कही नही मिलता
जो अपने बिहार में है।
पहनावा देख के गंवार मत बुझ लेना
अपने traditional पहनके भी हम कमाल लगते है..
भाषा सुन के औकात मत आंकना,
भोजपुरी बोलते हुए भी हम UPSC पार करते हैं।
Hii-Hello नही, हमारे यहां बड़ो के पैर छुने का रिवाज चलता है ।
संस्कार -संस्कृति के बेजोड़ मिलन होता है तब जाके बिहार बिहार बनता है।
Juice-Colddrink में ज्यादा interest नही..
Weekend,kitty हम नही मनाते है|
सतुआ और श्रीफल के शरबत
पी के ही हम जहान जीत जाते है।
Fast Food से ज्यादा हमको हमारी चना – चबेनी प्यारी है
बिहारी है रे भैया हम बिहारी है|
खैनी खाते तो है.. पर जुबान अपनी साफ रखते है
गाली हो या शाबासी हम तो मुंह पे दाग देते है।
श्रद्धा भावना से परिपूर्ण हों हम भक्ति हठ करते है
तीन दिन लगातर भूखे रह के हम महापर्व छठ करते है।
Modern Aera में भी हम चैता फगुआ की मीठी सुर छिड़ते है
Waterpark, Swimming pool छोड़ो.. हम बाढ़ में तैरना सीखते है।
Engineering -Medical की भी गजब करते तैयारी है
बिहारी है रे भैया हम बिहारी है।
बिहारी है रे बबुआ हम बिहारी है।
वफादारी की मिठास से भरी खून हमारी है
बिहारी है रे भैया हम बिहारी है
बिहारी है ओ बबुआ एगो बिहारी है।